पिथौरागढ़। जनपद पिथौरागढ़ में आदि कैलाश यात्रा से आ रहे यात्रियों के गर्भधार में भूस्खलन के कारण फंसे होने पर SDRF रेस्क्यू टीम द्वारा कड़ी मशक्कत करते हुए आज 221 यात्रियों को सकुशल निकालकर धारचूला पहुँचाया गया।
दरअसल, भारत-चीन सीमा के पास पिथौरागढ़ जिले के धारचूला और गुंजी क्षेत्रों में आदि कैलाश यात्रा पर आए 300 से अधिक लोग लैंडस्लाइड के कारण फंस गए थे। इनमें से अधिकांश पर्यटक और तीर्थयात्री हैं। मंगलवार शाम को भारी भूस्खलन के तीन दिन बाद भी इस इलाके में कनेक्टिविटी को बहाल नहीं किया जा सका था। सड़क मार्ग के बाधित होने के कारण प्रशासन की टीम फंसे लोगों की मदद नहीं कर पा रही थी। उत्तराखंड में लखनपुर के पास महत्वपूर्ण लिपुलेख-तवाघाट सीमा सड़क पर लैंडस्लाइड के कारण ट्रैफिक बंद होने के कारण यह समस्या आई।
जनपद पिथौरागढ़ में श्री आदि कैलाश यात्रा से आ रहे यात्रियों के गर्भधार में भूस्खलन के कारण फंसे होने पर SDRF रेस्क्यू टीम द्वारा कड़ी मशक्कत करते हुए आज 221 यात्रियों को सकुशल निकालकर धारचूला पहुँचाया गया। #SDRF #UttarakhandPolice #StateDisasterResponseForce #UKPoliceHaiSath pic.twitter.com/bk1AdhomnG
— SDRF Uttarakhand Police (@uksdrf) June 2, 2023
पिथौरागढ़ की डीएम रीना जोशी ने कहा कि राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के जवानों को प्रभावित सड़क के दोनों ओर तैनात किया गया। एसडीआरएफ के जवानों ने कई फंसे हुए लोगों को एक पुराने पुल के रास्ते से पार करने में मदद की है। मलबा हटाने के काम में शामिल एक अधिकारी ने कहा कि यातायात बहाल होने में 24 घंटे और लग सकते हैं। इससे फंसे लोगों को अभी और लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। ऐसे में उन तक जरूरी राहत सामग्रियों को पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है।
सर्किल अधिकारी नरेंद्र पंत ने कहा कि करीब 100 मीटर सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। यातायात को फिर से चालू करने में शुक्रवार शाम तक का समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि सड़क के फिर से खुलने का इंतजार करते हुए कर्नाटक के 68 वर्षीय राम दास की कार्डियक अरेस्ट से मृत्यु हो गई। राम दास को धारचूला के एक अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
#WATCH | Uttarakhand | SDRF rescued 40 Adi Kailash Yatra pilgrims who were stranded in a landslide in Pithoragarh. They were safely taken to Dharchula.
(Video: Uttarakhand Police) pic.twitter.com/W1bpcAlDdE
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 2, 2023
जिला आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि सड़क को फिर से खोलने के लिए बीआरओ कर्मी चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। लगभग 150 पर्यटक यातायात के फिर से शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। एसडीआरएफ इंस्पेक्टर ललिता नेगी ने बताया कि शुरुआती सूचना के मुताबिक, गरबियांग के पास तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। आदि कैलाश यात्रा से वापस लौट रहे पर्यटकों के मार्ग में फंसे होने की सूचना पर कोतवाली धारचूला पुलिस एवं SDRF टीम ने तुरन्त मौके पर जाकर रैस्क्यू करते हुए पर्यटकों को उनके गन्तव्य तक पहुँचाया।