देहरादून में डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। जिससे कई क्षेत्रों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। वहीं डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए आशा और आंगनबाड़ी की टीम लगाई गई है। स्वास्थ्य विभाग ने भी लोगों से साफ-सफाई का ध्यान रखने की अपील की है, ताकि डेंगू से बचा सके।
मॉनसून सीजन के बीच डेंगू के मामले में सामने आने लगे हैं। राजधानी में अब तक कुल 16 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है जबकि 8 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने शहर के चार अलग-अलग क्षेत्रों को हाई रिस्क एरिया और अजबपुर कलां, भंडारी बाग, पथरी बाग, सिंघल मंडी, पटेल नगर, जीएमएस रोड को हाई अलर्ट पर रखा है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक करने का काम आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता करेंगी.मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संजय जैन ने बताया कि डेंगू की रोकथाम को लेकर आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ता, नगर निगम के हेल्थ सुपरवाइजरों के साथ एक ट्रेनिंग प्रोग्राम रखा गया है। डेंगू लार्वा साफ पानी में पनपता है. इस मॉनसून सीजन में जहां-जहां साफ पानी रुक रहा है, वहां आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई जा रही है। साथ ही विभाग की ओर से कार्ययोजना भी तैयार कर ली गई है। आशा और आंगनबाड़ी की टीम घर-घर जाकर सर्वें कर लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक करेगी। उन्होंने बताया कि जिन घरों में डेंगू लार्वा पाया जाएगा डेंगू के नियंत्रण और रोकथाम अभियान में लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त- स्वास्थ्य मंत्रीस्वास्थ्य विभाग का कहना है कि डेंगू से बचने का एकमात्र विकल्प जागरूकता है। इस साल अब तक 1678 सैंपल लिये जा चुके हैं। विभाग ने लोगों से आग्रह किया कि घरों में कूलर फ्रिज के नीचे की ट्रे, गमलों की ट्रे खुले में रखे गए टूटे-फूटे बर्तन, छतों में रखे गए टायर और पक्षियों के पानी पीने के बर्तन में पानी जमा नहीं होने दें। इसके अलावा जिले के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में मरीजों के लिए कुल 7000 बेड उपलब्ध हैं।